फकीर

1 second read
0
0
73

एक राज्य का राजा मर गया. अब समस्या आ गई कि नया राजा कौन हो ? तभी महल के बाहर से एक फ़क़ीर गुजर रहा था. किसी ने सलाह दी कि इस फ़क़ीर को बना दो. न इसके कोई आगे-पीछे, यह राज्य के लिए ठीक रहेगा. फ़क़ीर को पकड़ कर लाया गया और राज्य का नया राजा घोषित कर दिया गया.

अब फ़क़ीर की अच्छी मौज आई. सत पक्वानी भोजन, सोने के लिए मखमल के बिस्तर, पहनने को रेशम के वस्त्र और सारा दिन दरबारियों के साथ चोपड़ खेलना. यह बात पडोसी राज्य के राजा को पता चली कि फ़क़ीर को राजा बना दिया है, जो सारा दिन चोपड़ खेलता रहता है, तो उसने हमला कर दिया.

सेनापति ने फ़क़ीर को बताया कि महाराज चोपड़ बाद में खेलना पडोसी राज्य ने हमला कर दिया. कुछ करिए ? फ़क़ीर बोला, चिंता मत करो. कुछ नहीं होगा. एक बाजी और खेलने दो, फिर देखते हैं.

सेनापति फिर आया कि महाराज सेना महल के पास आ गई है, अब तो कुछ करिए ? फ़क़ीर बोला, ‘चिंता मत कर कुछ नहीं होगा, एक बाजी और खेल लूं.’

थोड़ी देर बाद सेनापति फिर पहुंचा और बोला कि महाराजा सेना महल में घुस चुकी है, अब तो कुछ कीजिये ? फ़क़ीर बोला, अच्छा ! सेना महल में घुस चुकी है ? फिर मेरे कौन से बाल-गोपाल रो रहें हैं ? फ़क़ीर आदमी हूं झोला उठाकर चल दूंगा…’.

…और फकीर ने झोला, झंडी उठाई और महल की खिड़की से कूदकर फरार हो गया.

  • अनाम

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे… एवं ‘मोबाईल एप ‘डाऊनलोड करें ]

scan bar code to donate
scan bar code to donate
G-Pay
G-Pay

ROHIT SHARMA

BLOGGER INDIA ‘प्रतिभा एक डायरी’ का उद्देश्य मेहनतकश लोगों की मौजूदा राजनीतिक ताकतों को आत्मसात करना और उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध एक नई ताकत पैदा करना है. यह आपकी अपनी आवाज है, इसलिए इसमें प्रकाशित किसी भी आलेख का उपयोग जनहित हेतु किसी भी भाषा, किसी भी रुप में आंशिक या सम्पूर्ण किया जा सकता है. किसी प्रकार की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है.

Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
  • चूहा और चूहादानी

    एक चूहा एक कसाई के घर में बिल बना कर रहता था. एक दिन चूहे ने देखा कि उस कसाई और उसकी पत्नी…
  • देश सेवा

    किसी देश में दो नेता रहते थे. एक बड़ा नेता था और एक छोटा नेता था. दोनों में बड़ा प्रेम था.…
  • अवध का एक गायक और एक नवाब

    उर्दू के विख्यात लेखक अब्दुल हलीम शरर की एक किताब ‘गुज़िश्ता लखनऊ’ है, जो हिंदी…
Load More In लघुकथा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

चूहा और चूहादानी

एक चूहा एक कसाई के घर में बिल बना कर रहता था. एक दिन चूहे ने देखा कि उस कसाई और उसकी पत्नी…