Home कविताएं ‘तुमने अभी उस आदमी से क्या कहा ?’

‘तुमने अभी उस आदमी से क्या कहा ?’

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‘तुमने अभी उस आदमी से क्या कहा ?’

‘मैंने उसे जल्दी करने को कहा.’

‘तुम्हें उसे जल्दी करने को कहने का क्या अधिकार है ?’

‘मैं उसे जल्दी करने के पैसे देता हूं.’

‘तुम उसे कितना पैसा देते हो ?’

‘4 डॉलर रोजाना.’

‘तुम्हारे पास ये पैसा कहां से आता है ?’

‘मैं चीजें बेचता हूं.’

‘उन चीजों को कौन बनाता है ?’

‘वो आदमी बनाता है.’

‘वो रोज कितनी चीजें बनाता है ?’

’10 डॉलर की.’

‘इसका मतलब है तुम उसे पैसा नहीं देते,
बल्कि वो तुम्हें 6 डॉलर रोज देता है ताकि
तुम निठल्ले रहकर उसे जल्दी करने को कह सको.’

‘अरे, लेकिन मशीनों का मालिक तो मैं हूं.’

‘तुम्हारे पास मशीनें कैसे आईं ?’

‘चीजें बेचकर खरीदीं.’

‘वो चीजें किसने बनाईं थीं ?’

‘चुप, कहीं वो तुम्हारी बात सुन न ले !’

  • 1937 के एक अमरीकी ट्रेड यूनियन परचे का हिंदी अनुवाद

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