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आदमख़ोरों के नाम पत्र

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आदमख़ोरों के नाम पत्र
आदमख़ोरों के नाम पत्र

प्यारे आदमख़ोरों
मत खीजो
उस आदमी पर
जो रेल के डिब्बे में
महज़ बैठने की जगह मांगता है

कृपया इस बात को समझो
कि दूसरे लोगों के भी
दो टांगें और चूतड़ होते हैं

प्यारे आदमख़ोरों
एक सेकेण्ड रुको
कमज़ोर को रौंदो मत
मत पीसो अपने दांत

कृपया इस बात को समझो
कि बहुत से लोग यहां हैं
और भी बहुत से आयेंगे
थोड़ा उधर सरको
जगह दो

प्यारे आदमख़ोरों
मत ख़रीद डालो
तमाम मोमबत्तियां
तमाम जूतों के तस्मे
तमाम नूडल
पीठ फेरकर मत रटते रहो
मैं मुझे मेरा मेरे लिए
मेरा आमाशय, मेरे बाल
मेरा गल्ला, मेरा पाजामा
मेरी बीवी, मेरे बच्चे
मेरी राय

प्यारे आदमख़ोरों
बेहतर हो हम एक-दूसरे को चबा न जाएं ठीक न
क्योंकि निश्चय ही
हमारा पुनरुत्थान नहीं होने जा रहा है

(1957)

  • तदेऊश रूज़ेविच
    अनुवाद:असद ज़ैदी

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