वो बच्चे
जिन्होंने अभी नहीं सीखा था
पांव में जूते पहनना
युद्ध की विभीषिका के बीच
वो बच्चे
ढूंढ लाते हैं मलबे में दबे
अपने सफ़ेद जूते
जो अब खून से लाल हो चुके हैं
मगर उन्हें अब वो जूते
कौन पहनाएगा ?
- साहित्य विजय
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