आभा शुक्ला
हमने वो समय भी देखा….जब बलात्कार पीड़िता को सर्वश्रेष्ठ ईलाज के लिए सिंगापुर भेजा गया…और जब उसकी मृत देह भारत वापस आई तो उसे श्रद्धांजलि देने भारत के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह स्वयं मौजूद थे…!
तब प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री हुआ करता था…चौकीदार नहीं….! और बलात्कारी सिर्फ बलात्कारी होते थे….सवर्ण, दलित या हिन्दू मुस्लिम नहीं…!
फिर सो कोल्ड राष्ट्रवादी लोग सत्ता में आये और समाज का ऐसा गुड़ गोबर किया जो आज देखते बन रहा है…!
श्रद्धांजलि देना तो दूर उसका अन्तिम संस्कार भी ठीक से नहीं होने दिया…! परिवार को बच्ची का चेहरा भी अन्तिम बार नहीं देखने दिया…! मृत्युशय्या पर पड़ी बच्ची के बयान का मजाक उड़ाया, बलात्कारी के साथ उसके प्रेम संबंध बता कर…!
अब समझ में आया कि क्यों हमारे पुरखों ने 70 साल इन ढोंगियों को सत्ता से बाहर रखा…!
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