Home गेस्ट ब्लॉग धन्यबाद गूगल डूडल पीके रोजी को सम्मानित करने के लिए

धन्यबाद गूगल डूडल पीके रोजी को सम्मानित करने के लिए

2 second read
0
0
347
धन्यबाद गूगल डूडल पीके रोजी को सम्मानित करने के लिए
धन्यबाद गूगल डूडल पीके रोजी को सम्मानित करने के लिए

बीते दिन गूगल डूडल ने पीके रोज़ी को सम्मानित किया, जो मलयालम सिनेमा में पहली अभिनेत्री थीं. उन्हें पर्दे पर देखते ही सिनेमा हॉल के पर्दे पर पत्थर फेंके गए. कुर्सियां तोड़ी गईं और बाद में हिंसक भीड़ ने उनके घर को आग के हवाले कर दिया.

हिंसा का मूल कारण के था जाति. सवर्ण जातियों में गुस्सा था कैसे एक पिछड़ी जाति की लड़की अभिनेत्री बन सकती और अभिनेत्री बनकर रुपहले पर्दे पर नायर जाति की महिला का किरदार निभा सकती है.

स्वतंत्रता दौर के केरल में साल 1928 में जेसी डेनियल नाम के सवर्ण ईसाई फिल्म निर्देशक मलायलम भाषा की पहली साइलेंट फ़िल्म विघाथाकुमारण बनाते है जिसमे अन्य कलाकारों के साथ पीके रोजी को मुख्य अभिनेत्री के तौर पर साइन करते हैं.

पीके रोजी का पूरा नाम राजम्मा था, जो पुलाया नाम की जाति से थीं जिसका पेशा नाच गाना के अलावा वास्तुकला बनाना भी था.

मलायलम सिनेमा के इतिहास की पहली फिल्म में हेरोइन बनने के बाद पीके रोजी की ज़िंदगी नर्क बन गयी. फ़िल्म रिलीज होने से पहले ही पूरा केरल उग्र हो चुका था. एक पिछड़ी जाति यानी श्रमिक वर्ग की लड़की का हेरोइन बनना सवर्ण समाज बर्दाश्त नही कर पा रहा था.

तिरुवनंतपुरम के कैपिटल सिनेमा में फ़िल्म का प्रीमियर था, लेकिन हिंसा के डर से पीके रोजी फ़िल्म प्रीमियर में नही आ सकी. रिलीज के बाद हिंसा इतनी भड़की की थिएटर में तोड़फोड़ हुई और उसके बाद पीके रोजी का घर जला दिया गया.

पीके रोजी ने अपनी जान बचाने की खातिर केरल छोड़ दिया और तमिलनाडु में शादी कर रहने लगीं. उनके बच्चे बड़े होने तक केवल इतना जानते थे उनकी मां थिएटर आर्टिस्ट है.

आगर जाति नही होती तो पीके रोजी अन्य अभिनेत्रियों की तरह चमकता हुआ सितारा होती. लेकिन हिन्दू जातीय व्यवस्था ने उन्हें एक फ़िल्म के बाद वनवास में भेज दिया.

धन्यबाद गूगल डूडल पीके रोजी को सम्मानित करने के लिए.

  • क्रांति कुमार

Read Also –

 

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे… एवं ‘मोबाईल एप ‘डाऊनलोड करें ]

scan bar code to donate
scan bar code to donate
Pratibha Ek Diary G Pay
Pratibha Ek Diary G Pay
Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
Load More In गेस्ट ब्लॉग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

लाल बहादुर शास्त्री…संघी जीतेजी तो उन्हें हर दिन ‘हाय हाय, मुर्दाबाद, गद्दार, देश बेच दिया’ कहता रहा

उस रात, 1.20 पर शास्त्री सीने में दर्द और सांस में तकलीफ की शिकायत की. उनके निजी डॉक्टर इल…