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भागे भूत मिटै सब पीरा

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भागे भूत मिटै सब पीरा

आप बीमार हैं
कोई बात नहीं
अप्रैल से देशहित में
दवाइयां अब बढ़े दामों पर मिलेंगी

जिस भारत भूमि पर
आप भार बने हुए हैं
वह भारत जल्द से जल्द
आप के भार से भार मुक्त हो

आप अपने अपार कष्ट से मुक्त
जल्द से जल्द बैकुंठ धाम को प्राप्त हों

यह फ़ौरी कदम ज़रूरी था
भारत को तरक़्क़ी के रास्ते पर ले जाने का
इससे त्वरित और बेहतर कारगर तरीक़ा
दूसरा क्या हो सकता है ?

इस अमृत काल के अमृत वर्ष में
आख़िर यही तो अंत्योदय की
आख़िरी भव्य भावभीनी अंत्येष्टि है

प्रभु राम की बानर सेना
किसी सूरत, किसी क़ीमत
कभी विरोध नहीं करेगी
सब के सब फ़िलहाल
शहर के सार्वजनिक चौराहे पर
हनुमान चालीसा के पाठ में आत्मलीन हैं

भागे भूत मिटै सब पीरा
जो सुमरत हनुमंत बलवीरा

  • राम प्रसाद यादव

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