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इंकार

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पढाईये बच्चों को
कि द्रोण
गुरु श्रेष्ठ थे

बना दिजीये रोबोट बच्चों को
दिमागों में चिप डाल दीजिए कहानियों की
वे उच्चारते रहेंगे वही
जो तुम सुनना चाहते हो
वे करेंगे वही
जो करवाना चाहते हो तुम

मैं लेकिन
अवश्य कहूंगा बच्चों से
कि अनैतिकताओं का पुतला थे द्रोण
मत पढना उन्हें गुरु श्रेष्ठ
वे ही हैं
जिन्होंने अनैतिक गुरु दक्षिणा की परंपरा डाली
जो चुप रहे स्त्री वस्त्रहरण पर
वे सत्ता के चारण बने रहे
उन्होंने ही रचा अनैतिक चक्रव्यूह

पढाईये बच्चों को
कि धर्मराज थे युधिष्ठर
अच्छा है
धर्म की इससे बेहतर छीछालेदर क्या हो
कि स्त्री को वस्तु समझ कर बांट देने पर भी
विचलित नहीं हुए धर्मराज
खुद दांव पर लगा दी जिसने
भाईयों की भी पत्नी
धर्म राज बने रहने दीजिए उन्हें
जो स्त्री अस्मिता के हरण के जिम्मेदार हैं

आप पढाईये बच्चों को
कि ईश्वर हैं श्री कृष्ण
वे सोलह कलाओं के पूर्ण अवतार हैं
वे सुदर्शन चक्रधारी हैं
कष्ट विघ्नहारी हैं
अकेले जिस तरफ हैं
विजय उसी तरफ की तय है

मैं पढ़ाऊंगा बच्चों को
कि ईश्वर ने छल किये युद्ध मे
अनैतिकताओं का सहारा लिया
हिंसा को महिमण्डित किया
युद्ध को अनिवार्य बताया
युद्ध से जबकि कभी हल नही हुए मसलात

आप तैयार कीजिये अपने रोबोट

मैं बताऊंगा बच्चों को
किसी की कहानी मत उच्चारिये
कहानी के पीछे की कहानी पकड़िए

ताकि कह सकें वे किसी दिन बुलंद आवाज में
कि हम बच्चे
आपकी कहानी बांचने से
इंकार करते हैं।

  • वीरेंदर भाटिया

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