Home ब्लॉग अथ बलात्कारी वीर सावरकर पुत्र जन्म कथा

अथ बलात्कारी वीर सावरकर पुत्र जन्म कथा

1 second read
0
0
1,083

अथ वीर सावरकर कथा

बलात्कारी वीर सावरकर विश्व इतिहास के पहले वीर योद्धा थे जिसका हथियार बलात्कार था. इस बलात्कारी योद्धा के बलात्कार करने की चमत्कारिक क्षमता से अंग्रेज चमत्कृत थे. कहते हैं कि वीर सावरकर एक दिन में अकेले हजारों स्त्रियों से बलात्कार कर डालते थे. वीर सावरकर न केवल स्त्रियों से ही बलात्कार करते थे अपितु पुरुषों के साथ भी बलात्कार करते थे.

कहा जाता है कि एक बार सावरकर को किसी बात पर अंग्रेजों पर गुस्सा आ गया, बस क्या था अंग्रेजों की शामत आ गई. वीर सावरकर ने मूतना जो शुरु किया, जिसकी तेज धार की बाढ़ में इंग्लैंड डुबने लगा. अंग्रेजों के भारी आरजु मिन्नत और 60 रुपये महीने के आजीवन भुगतान करने की शर्तों के बाद वीर सावरकर ने मूतना बंद किया, तब जाकर अंग्रेजों की जान बची.

विश्व पुरातात्विकविदों के खुदाई के बाद यह साबित हो गया कि भारत में एक भी पहाड़ या पठार का अस्तित्व नहीं  था. आज जो भी पहाड़ या पठार आज दीख रहे हैं, वह सावरकर के हगने का परिणाम है. पुरातात्विकविदों के अनुसार एक बार सावरकर इतना जोर से हगा कि एक विशाल टीला का निर्माण हो गया जो बाद में हिमालय का शक्ल ले लिया है.

वीर सावरकर की लाखों पत्नियां थी, जिससे उसके करोड़ों पुत्र हुए. बलात्कारी वीर सावरकर की सबसे प्रिय रानी नाथूराम गोडसे था. कहा जाता है कि बलात्कारी वीर सावरकर एक बार नाथूराम को देखकर इतना मोहित हो गया कि उसका वीर्यपात हो गया. नाथूराम ने उस वीर्य का पान कर लिया, उससे नाथूराम ने एक महाप्रतापी पुत्र को जन्म दिया, जिसको नरेन्द्र मोदी के नाम से आज सारा संसार जानता है.

Read Also –

अथ वीर सावरकर कथा
सावरकर की रक्षा के लिए अब गांधी का सहारा
माफीवीर सावरकर – एक ‘प्रेम’ कथा
पागल सावरकर और उसके पागल चेलों की अधूरी थ्योरी का हिन्दुस्तान होता तो क्या होता ?
वीर’ सावरकर के 1913 और 1920 के माफ़ीनामों का मूलपाठ

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…]

ROHIT SHARMA

BLOGGER INDIA ‘प्रतिभा एक डायरी’ का उद्देश्य मेहनतकश लोगों की मौजूदा राजनीतिक ताकतों को आत्मसात करना और उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध एक नई ताकत पैदा करना है. यह आपकी अपनी आवाज है, इसलिए इसमें प्रकाशित किसी भी आलेख का उपयोग जनहित हेतु किसी भी भाषा, किसी भी रुप में आंशिक या सम्पूर्ण किया जा सकता है. किसी प्रकार की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है.

Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
Load More In ब्लॉग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

नारेबाज भाजपा के नारे, केवल समस्याओं से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए है !

भाजपा के 2 सबसे बड़े नारे हैं – एक, बटेंगे तो कटेंगे. दूसरा, खुद प्रधानमंत्री का दिय…