Home कविताएं लोकतंत्र

लोकतंत्र

1 second read
0
0
226

लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबी यह है
कि इसमें लुटेरों और हत्यारों को चुनने की
पूर्ण और अबाध स्वतंत्रता होती है
कोई बड़े से बड़ा तानाशाह भी आता है
तो हाय हिटलर कहते हुए
लोकतंत्र के ऐसे मंदिर में सिर झुकाकर ही जाता है
जाता हुए भी सिर झुकाता है
पीठ न दिखाने की सावधानी बरतते हुए

ऐसे लोकतंत्र को जो प्यार नहीं करेगा
वह जाएगा कहां
है कोई जगह ?

हो तो मुझे भी ले चलो
पीछे-पीछे चला आऊंगा.

2

लुटेरों को सब खबर रहती है
कौन कितना, क्या और कहां खाता है
कितना और क्या पहनता है
कितना कमाता है, बचत कितनी, किसलिए करता है

लुटेरों के पास वे खबरें भी होती हैं
जो मसलन मुझे भी अपने बारे में नहीं हैं

गरीब से गरीब को भी लूटने की कला में
वे इतने माहिर हैं कि
जो समझता है कि उसके पास है क्या
उसे भी लूटकर चमत्कृत कर देते हैं

किसी की मौत के बाद भी
उसे कैसे लूटा जाता है
इस कला के तो वे विश्वविख्यात विशेषज्ञ हैं

छोटे लुटेरों से डरिए
बड़ों से डरने का कोई फायदा नहीं
मैं निडर होकर अभी इनका बनाया सामान
खरीद लाया
बीवी-बच्चे खुश हैं कि
अब हम कितने अभिजात लगेंगे.

3

इसे मेरी जहालत समझिए कि
मैं देश के सबसे प्रतिष्ठित नागरिकों को
लुटेरा कह बैठा हूं
ऊपर से उन्हें नागरिक कहकर
उनका और अधिक अपमान कर रहा हूं

जाहिलों को तो माफ करने की परंपरा रही है
जहालत खुद क्या कम बड़ी सजा है !

  • विष्णु नागर

[प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे…]

Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
  • शातिर हत्यारे

    हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…
  • प्रहसन

    प्रहसन देख कर लौटते हुए सभी खुश थे किसी ने राजा में विदूषक देखा था किसी ने विदूषक में हत्य…
  • पार्वती योनि

    ऐसा क्या किया था शिव तुमने ? रची थी कौन-सी लीला ? ? ? जो इतना विख्यात हो गया तुम्हारा लिंग…
Load More In कविताएं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

शातिर हत्यारे

हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…