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मेरे देश की लड़कियां

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सुनो !
ऑस्ट्रेलियाई हॉकी टीम की खिलाड़ियों,
तुमको हराने से पहले
मेरे देश की लड़कियां
किस-किस से भिड़ीं थीं

तुम से भिड़ने से पहले वो भिड़ीं थीं
मेरे देश की पितृसत्तात्मक परंपराओं से
लड़ी थीं छोटी स्कर्ट पहनने के लिए
घर से बाहर निकलने के लिए
बाल कटवाने के लिए

जिस समय वे अपने स्थानीय कोच के साथ
कर रही होती हैं हॉकी की प्रैक्टिस
घर में जूठे बर्तनों और बुझे चूल्हे इंतज़ार मे थे…
भाई ताक में रहते थे ताने देने के
और समाज उलाहने

तुमको हराने से पहले
मेरे देश की काली, सांवली लड़कियों ने हराया था
गोरे रंग की चाहत और
दागरहित चेहरे के आकर्षण को

वो भाग आईं थीं घर से
जब उनको देखने के लिए लड़के वाले आने को थे

वो भाग आईं थीं घर से
जब उनके घर वाले उनको
शादी का जोड़ा पहनाने वाले थे।

हो सकता है !
तुमसे भिड़ने का तमगा पाने से पहले
वो भागी हुई, फंसी हुई, बिगड़ी हुई
बदचलन लड़कियों के तमगे से नवाजी गईं हों
फिर भी उन्होंने खेला
आमतौर पर छोटे शहर की लड़कियों के लिए
वर्जित खेल
हॉकी खेला

शॉट मारे
गोल दागे
लड़कों की भांति
खुशी से चीखी चिल्लाईं
एक दूसरे से लिपटीं
गिरी
घायल हुईं
और दोबारा उठकर
बॉल के पीछे भागने लगीं

तुमको हराने से पहले
उन्होंने हराया लड़कियों के लिए बनाये गए लक्षणों को…

जातिवाद से भी लड़ी, और
वापस आने के बाद भी लड़ रही हैं…

  • सरस्वती रमेश

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