सिवाय अपनी छाया के
मेरे पास कोई नहीं है
इंटरनल मेमोरी लगभग भर गई है
नेट सा स्लो मिनटों बफरिंग हो रहा हूं
सोच नहीं पा रहा हूं
किसे रखूं
किसे डिलीट कर दूं
इधर बीपी भी बढ़ा हुआ मिला
डॉ डीवीएन शर्मा गुस्से में हैं
वजन घटाने कह रहे हैं
तमाम कपड़े कस गए हैं
डाइट कंट्रोल
और सुबह की वर्जिश
जरूरी हो गई है
यह कोई व्यंजना नहीं है
न किसी दायें बायें वाद का हिस्सा
यह नितांत व्यक्तिगत है
मैं जिसे मानता हूं
सच है, उसे पूरी तरह जानता भी नहीं
वह जूते नहीं बनाता
चौराहे पर बैठा टूटे जूतों की रिपेयर करता है
सामने मंदिर के उस देवता को
जब जब देखता हूं सोचता हूं इसका क्या यूज
फालतू का इतना ताम झाम
वह देवता किस्मत क्या बदलेगा
जो टूटे जूतों की रिपेयर तक नहीं कर सकता
खैर छोड़िये, ऐसी फालतू चीजों में
दिमाग क्यों खपाना
समय बहुत अच्छा नहीं है
ज्यादा सुनना
कम और सोच समझ कर बोलना
एक अच्छा और कारगर विकल्प है
पर्यावरण एक्टीविस्ट दिशा रवि
गिरफ्तार होती हो
या महीनों जेल में बंद
सुधा भारद्वाज, हो तो हो
हमें क्या, हमें तो
अपना वजन घटाने पर ध्यान देना है
टूटे जूतों का रिपेयर करवाना है
- राम प्रसाद यादव
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