यह ऐरा-गैरा 83 वर्षीय बूढ़ा नहीं है
मेरी देशभक्त सरकार का कहना है
यह भीमा-कोरेगांव का साजिशकर्ता है
यह दलितों को बगावत के लिए उकसाता है
यह देश की शान्ति के लिए खतरा है
यह क्रांति का एक साजिशकर्ता है
यह आदिवासियों को भड़काता है
इस तरह देश के विकास को बाधित करता है
देश के खिलाफ साजिश करता है
यह देश की सत्ता को उलट देना चाहता है
इस बूढ़े देशद्रोही को हर-हालात में
जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए
पर पता नहीं क्यों
मुझे इस बूढ़े से
जलन और कुढ़न हो रही है
ऐसा लग रहा है,
जैसे यह ललकार व धिक्कार रहा हो
और
कह रहा हो –
‘मेरे बेटे
जहां तुझे होना चाहिए
वहां मैं हूं
जहां मुझे होना चाहिए
वहां तू है.’
- संजय श्याम
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