Home कविताएं इसमें आश्चर्य क्या है

इसमें आश्चर्य क्या है

0 second read
0
0
396

इतने दावे
कि गिनती
भूल जाता हूं

गनीमत कि
डेढ़ घंटे ही लगे

एलईडी की दूधिया रौशनी में
हाई वे चमक रहा है

पर्दा पर जो है
जमीन पर
नहीं दीखता है

वे नहीं
मैं अंधा हूं और सालों
मोतियाबिंद से परेशान हूं

कल जब खजाना
लुटाया जा रहा था
आप कहां थे
रहते तो
मालामाल हो जाते

पता इसको
उसको
सबको है
कहता कोई नहीं

बोलने
चुप रहने
की
कीमती आजादी
सब को है

नफरत और प्रेम का
ऐसा पवित्र गंठजोड़
धरा दुर्लभ है

एक प्रश्न के उत्तर
हजार प्रश्न
इससे
बेहतर और नायाब
तरीका क्या हो सकता है

आप सुप्रीम हो
या निचली पायदानपर
आप एक प्यादा से ज्यादा
कुछ नहीं हो
आप का फर्ज
फैसला नहीं
लिखित आदेश
पढ़ना है

हमला
एक बेहतर बचाव है
और
सब का समान अधिकार है
और यही वैष्णव पंथ है

कभी भीख
कभी तपस्या
बहुरुपिया भी
परेशान है

जो हो रहा है
नहीं होना था
जो नहीं हो रहा है
वह तो तय था

पर्दा के आगे
पीछे
सब पारदर्शी है

इसमें आश्चर्य क्या है

  • राम प्रसाद यादव

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे…]

Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
  • शातिर हत्यारे

    हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…
  • प्रहसन

    प्रहसन देख कर लौटते हुए सभी खुश थे किसी ने राजा में विदूषक देखा था किसी ने विदूषक में हत्य…
  • पार्वती योनि

    ऐसा क्या किया था शिव तुमने ? रची थी कौन-सी लीला ? ? ? जो इतना विख्यात हो गया तुम्हारा लिंग…
Load More In कविताएं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

शातिर हत्यारे

हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…