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एनडीटीवी की बिक्री: भाजपा के फेकन्यूज का बड़ा आयाम

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भारतीय जनता पार्टी अपने विरोधियों से निपटने के लिए हर वह हथकंडे अपना रही है जिससे कि वह खत्म हो जाये. जब कोई विरोधी झुकने और बिकने से इंकार करता है तो भारतीय जनता पार्टी अपने गुर्गों के माध्यम से – गौरी लंकेश, कलबुर्गी जैसे बुद्धिजीवियों की – हत्या कर डालती है. इसके बाद शुरू होता है इन हत्याओं पर जश्न मनाने का दौर. मालूम हो कि गौरी लंकेश भाजपा-आरएसएस फैक्ट्री में तैयार फेक-न्यूज का जोरदार खण्डन करती थी.

तमाम मीडिया चैनल, जिसमें जी-न्यूज, आज तक, रिपब्लिक चैनल वगैरह जो कुत्ते की तरह मोदी और भाजपा के चरण में बैठकर जहां दिन-रात मोदी और भाजपा के गीत गा रही है, वहीं एनडीटीवी जैसे अपेक्षाकृत जनवादी चैनल जो मोदी और अंबानी-अदानी जैसे काॅरपोरेट घरानों के चरणों में बैठने के बजाय एक हद तक जनपक्षी खबरें आम जनता के बीच देती है, तो स्वाभाविक तौर पर सच्चाई के सामने मोदी के ख्याली-पुलाव अर्थव्यवस्था वाली नीतियांे का आभामंडल दम तोड़ने लगता है. छोटे स्तरों पर विशाल संख्या में मोदी की जनविरोधी नीतियों का भण्डाफोर करने वाली न्यूज चैनल या वेबसाईट्स तक को ऐन-केन-प्रकारेण रोकने या सोशल मीडिया तक को नियंत्रित करने वाली नीतियां बनाने में मोदी सरकार व्यस्त है.

एनडीटीवी (नई दिल्ली टेलीविजन) की स्थापना 1988 ई. में हुई थी. इसके प्रमुख प्रणय राॅय और राधिका राॅय, मोदी जैसे भ्रष्ट और नौटंकीबाज प्रधानमंत्री, जिसकी नीतियां खुलेआम जनविरोधी और काॅरपोरेट घरानों के पक्ष में है, का भण्डाफोर करती आ रही है. पहले तो मोदी ने देश की संवैधानिक संस्था के छापों से एनडीटीवी को डराने और धमकाने की कोशिश की, पर जब वह इसमें कामयाब नहीं हुआ तो देश भर में अपने पालूत मीडिया, जिसे अब ‘गोदी मीडिया’ भी कहा जाता है, के माध्यम से एनडीटीवी के बिकने की फर्जी खबर फैला दी. हलांकि इसका खण्डन भी तुरन्त एनडीटीवी के ओर से हो गया.

इन फर्जी खबरों को चलाने का क्या कारण हो सकता है ? निश्चितरूप से इसका कारण देश में तमाम जनवादी-लोकपयोगी बातें करने वाले लोगों और संस्थाओं को खत्म करना है. देश की प्रतिक्रियावादी मोदी सरकार, जो एक भी ऐसा काम गिना पाने में अक्षम है, जो देश की आम जनमानस की हित में किया गया हो. वह केवल देश की आम जनता को हिन्दु राष्ट्रवाद के पौराणिक मनुस्मृति आधारित ब्राह्मणवादी शोषण-दमन को कायम रखने और देश को लूट का अखाड़ा बना देने पर तुला हुआ है. यही कारण है कि उठ रहे विराधों के स्वर को खत्म करने के लिए अफवाहों और फर्जी खबरें चला देश को भयानक तरीके से भ्रमित भाजपा और उसकी गोदी मीडिया कर रहा है. आज देश भर में भाजपा का काम केवल फर्जी खबर चलाकर देश की जनता को गुमराह करना और उसका ध्यान भयानक शोषण-दोहन से भटकाना भर है. इसके लिए मोदी सरकार और भाजपा देश भर में हजारों करोड़ रूपया हर साल पानी की तरह बहा रहा है.

देश की जनता को भाजपा के अफवाहों के आड़ में देश को निजी कम्पनियों के हाथों में बेच डालने के गहरे षड्यंत्रों को समझना होगा ताकि देश में मंडरा रही गुलामी की व्यवस्था की पुर्नवापसी को रोका जा सके. सारा देश जानता है कि जब देश की जनता अंग्रेजों के गुलामी की जंजीर से छुटने के लिए छटपटा रही थी, भाजपा की मूल पार्टी आरएसएस अंग्रेजों की गुलामी का मंहिमामंडन कर रही थी. देश के क्रांतिकारियों के खिलाफ जासूसी कर न केवल पकड़वा रही थी, बल्कि कोर्ट में क्रांतिकारियों के खिलाफ गवाही देकर उन्हें फांसी पर लटकवा भी रही थी. ऐसे देशद्रोहियों के हाथों में देश का चला जाना देश के माथे पर कलंक के समान है. मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियां और उपजे विरोधी स्वर को कुचलने के तरीके इस बात कर पुख्ता गवाह है.

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