पं. किशन गोलछा जैन, ज्योतिष, वास्तु और तंत्र-मंत्र-यन्त्र विशेषज्ञ
भारत में अभी दो तरह के लोग हैं, पढ़िये और डिसाइड कीजिये कि आप किस केटेगिरी में हैं ? एक वो जो सचमुच के देशभक्त है और मोदी से सवाल करते हैं कि आपने छह सालों में भारत को बर्बाद करने के अलावा क्या किया है ? और आपने 70 साल, पाकिस्तान, देशद्रोही जैसे शब्दों का इस्तेमाल अपने विरोधियों के लिये करने के अलावा क्या किया है ?
दूसरे केवल वे जो ‘मोदी मोदी’ करते हैं अर्थात मोदीभक्त हैं ! दो चार मिनट का मौन उन बिचारे भटके हुए नौजवान भक्तों के लिये जो एनडी मोदी के चक्कर में क्रांति लाने चले थे. क्रांति तो हुई नहीं क्रांति की जगह कोरोना जरूर हो गया है. अब ये बाय डिफ़ॉल्ट है या एनडी मोदी का नसीब, जो हमेशा ही उलटी चीज़ें हो रही है, ये तो ऊपरवाला ही जाने.
अब देखो न बेचारे मोदी का नसीब, देश की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन करना चाहते थे और मोदी केयर के नाम पर भीख मांगने की नौबत आ गयी है. जैसे क्रांति की जगह कोरोना हुआ वैसे ही पहले भी विकास की जगह महंगाई हुई थी, सो तो आपको याद ही होगा !
मोदी के ऐसे ही गलत फैसलों के कारण हमेशा से देश में नुकसान हुआ है (हवाई जहाज भर-भर के विदेशों में रहने वाले इन्फेक्टेड लोगों को बिना चेकिंग किये उनके घरों को भेज दिया और भारत को कोरोना जैसी महामारी की चपेट में लाकर पुरे देश को घर में कैद कर दिया. बेचारे गरीब लोगों को पैदल घर जाने पर भी पुलिस डंडे बरसा रही है जबकि वो इन्फेक्टेड भी नहीं है !
अच्छा है लोगों को अब पता चल ही जायेगा कि उन्होंने खुद ही अपने ताबूत में अंतिम कील ठोकी है और क्रांति और विकास के चक्कर में उन्होंने एक तानाशाह को भारत की सत्ता पर बिठा दिया है.
अतः ‘At least he is doing something’ का नारा अब छोड़ दीजिये, वरना कोरोना से तो बाद में मरोगे पहले पुलिस ही मार देगी. और ये जो मोदी के चक्कर में तुम्हारी उम्र निकल रही है न, वो वापिस नहीं आयेगी. कोरोना से बच भी गये तो सरकार के पास नौकरियांं तो वैसे ही नहीं है. बीतती उम्र के साथ मांं-पिताओं के पास छोकरिया भी नहीं मिलेगी. फिर मोदी की तरह आरएसएस की शाखा में जाकर झाड़ू ही लगाना पड़ेगा !
और अब सबसे खास बात. आप लोग जो ये सोचे बैठे हैं कि कोरोना से 14 अप्रैल को देश को मुक्ति मिल जायेगी और आप लोग अपने अपने काम-धंधे में लग जायेंगे तो अपनी गफलत दूर कर लीजिये क्योंकि ये लॉक-डाउन जून से पहले ख़त्म होने वाला नहीं है और इसका सबूत ये देखिये – सरकार द्वारा जारी स्पेशल पास जिसमें वेलिडिटी डेट पहले से ही जून तक की दी गयी है (इससे ज्यादा कुछ और लिखने की जरूरत नहीं है).
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