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और अब पुलिस ने घायल जेएनयू प्रेसिडेंट के ऊपर एफआईआर दर्ज कर ली !

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और अब पुलिस ने घायल जेएनयू प्रेसिडेंट के ऊपर एफआईआर दर्ज कर ली !

हिमांशु कुमार, सामाजिक कार्यकर्त्ताहिमांशु कुमार, प्रसिद्ध गांधीवादी कार्यकर्ता

बस्तर में पुलिस आदिवासियों को मारने के बाद उन्हीं के खिलाफ एफआईआर कर देती है और उन्हें मुजरिम बना देती है. जब भाजपा सत्ता में आई तो पहली बार राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में मंत्रियों के इस्तीफे नहीं होते. हम तो सुनकर ही चौंक गए थे कि यह कैसी सरकार आई, जहां आरोपी मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे ? लेकिन आने वाले सालों में हमने देखा कि मंत्री और भाजपा सांसद बलात्कार, हत्या, यौन शोषण और भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद शान से सीना फुला कर घूमते रहे और कोई इस्तीफा नहीं हुआ.

उससे पहले की मनमोहन सिंह सरकार में हजार कमियां सही लेकिन उन्होंने ए राजा, कनिमोझी तथा अन्य भ्रष्टाचार के आरोपियों को जेल में डाल दिया था. भले ही यह लोग उनकी पार्टी को समर्थन देने वाले दल के सांसद और मंत्री थे लेकिन हमने देखा कि भाजपा सरकार में बेशर्मी की पराकाष्ठा ही हो गई और अपराधी दनदनाते हुए सत्ता पर बने रहे. उसके बाद भाजपा ने अपना असली रूप दिखाना शुरू किया और मुसलमानों पर हमले शुरू किए. सड़क पर जाते हुए मुसलमानों का कत्ल करना शुरू किया. हत्या के समय भाजपा के समर्थकों ने वीडियो बनाए और पूरी दबंगई के साथ सोशल मीडिया पर डाले.

बाद में हमलावरों को भाजपा के मंत्रियों ने फूल मालाएं पहनाई और इसी के साथ एक नया ट्रेंड भी देखने को आया कि जो लोग मारे गए, उनके तथा उनके परिवार वालों के ऊपर ही पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली. मरने वालों को ही आरोपी और अपराधी बना दिया गया. ताजा घटना कल की ही है.

भाजपा के गुंडों ने जेएनयू पर हमला किया तथा वहां की चुनी हुई छात्र संघ की अध्यक्ष का सिर फोड़ दिया. अब पुलिस ने उसी घायल जेएनयू प्रेसिडेंट के ऊपर एफआईआर दर्ज कर ली है. संविधान लोकतंत्र मानव अधिकार नैतिकता इस सब को कुचल कर नष्ट कर कर भाजपा कौन-सा हिंदू राष्ट्र बनाएगी ? और भारत के लोग क्या इस तरह के हिंदू राष्ट्र बनाने के स्वप्न में भाजपा के लिए मरे जा रहे हैं ?

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