इससे बड़ा प्रहसन और क्या होगा कि एक हट्ठा-कट्ठा जवान व्यक्ति जो 35 साल तक भीख मांग कर अपना पेट भरा और अब 10 लाख का सूट पहनकर, 2 लाख का चश्मा लगाकर, 8500 हजार करोड़ रुपये का निजी हवाई जहाज खरीद कर और 20 हजार करोड़ रुपये का एक नया विस्टा भवन का निर्माण कर खुद को फकीर कहता है.
इस फकीरचंद ने अपनी गरीबी, भिखारी और फकीरी को इस कदर बेचा कि लोग सच में इस अय्याश आवारागर्द को सच्चाई का प्रतीक समझ लिया. परंतु कोई बात नहीं, हम अपनी शोधकर्ताओं के माध्यम से मोदी के परिवारवाद का बहीखाता निकाल लाये हैं और बाकियों की भी जल्द से जल्द लाएंगे. इस नृवंश फकीर के परिवारवाद का खुलासा इस प्रकार हुआ है, जिसे जयपाल नेहरा ने अपने सोशल मीडिया पेेज पर लिखा है.
परंतु कोई बात नहीं, हम अपनी शोधकर्ताओं के माध्यम से मोदी के परिवारवाद का बहीखाता निकाल लाये हैं और बाकियो की भी जल्द से जल्द लाएंगे.
क्या आप इनमें से किसी को भी जानते हैं ?
- सोमाभाई मोदी (75 वर्ष) : सेवानिवृत्त स्वास्थ्य अधिकारी, वर्तमान में गुजरात में भर्ती प्रक्रिया में अध्यक्ष हैं.
- अमृतभाई मोदी (72 वर्ष) : जो एक निजी कारखाने में कार्यरत थे, आज वर्तमान में सेवानिवृत्त हैं. अहमदाबाद और गांधीनगर में सबसे बडे़ रियल एस्टेट कारोबारी हैं.
- प्रह्लाद मोदी (64 वर्ष) : इसकी दुकान थी और आज वर्तमान में अहमदाबाद, वडोदरा में हुंडई, मारुति और होंडा फोर व्हीलर शो रूम है.
- पंकज मोदी (58 वर्ष) : सूचना विभाग में नौकरी. आज गुजरात में भर्ती प्रक्रिया में सोमा भाई के साथ उपाध्यक्ष है.
- भोगीलाल मोदी (67 वर्ष) : जो किराने की दुकान के मालिक थेे, आज वर्तमान में अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में रिलायंस का मॉल है.
- अरविंद मोदी (64 वर्ष) : स्क्रैप का व्यवसाय था. आज वर्तमान में प्रमुख निर्माण कंपनियों को स्टील की आपूर्ति और रीयल एस्टेट के नामी गिरामी ठेकेदार हैं.
- भरत मोदी (55 वर्ष) : एक पेट्रोल पंप पर काम कर रहे थे. आज वर्तमान में अहमदाबाद, गांधीनगर में अगियारस पेट्रोल पंप के मालिक हैं.
- अशोक मोदी (51 वर्ष) : इसके पास पतंग और किराने की दुकान थी. आज वर्तमान में वह रिलायंस में भोगीलाल मोदी के साथ साझेदारी कर रहे हैं.
- चन्द्रकांत मोदी (48 वर्ष) : गौशाला में काम कर रहे थे. आज वर्तमान में अहमदाबाद, गांधीनगर में नौ बड़े और शानदार डेयरी उत्पादन केन्द्र है.
- रमेश मोदी (64 वर्ष) : एक शिक्षक के रूप में काम कर रहा था. आज वर्तमान में वह पांच स्कूलों और तीन इंजीनियरिंग, आयुर्वेद, होम्योपैथी, फिजियोथेरेपी कॉलेज और एक मेडिकल कॉलेज का मालिक है.
- भार्गव मोदी (44 वर्ष) : ट्यूशन क्लास में काम कर रहे थे. आज वर्तमान में कॉलेजों में रमेश मोदी के साथ भागीदारी हैं.
- बिपिन मोदी (42 वर्ष) : अहमदाबाद लाइब्रेरी में काम करते थे. आज वर्तमान में केजी से मानक बारह तक पुस्तक प्रकाशकों के साथ एक साझेदारी है.
अब जानते हैं उपरोक्त महानुभावों का परिचय.
- नंबर 1 से 4 ऊपर, प्रधानमंत्री मोदी के सगे भाई हैं.
- नंबर 5 से 9, मोदी के चचेरे भाई नरसिंहदास मोदी के बेटे हैं. वह प्रधानमंत्री का चचेरा भाई है.
- नंबर 10 जगजीवनदास मोदी के बेटे रमेश, नंबर 11 भार्गव कांतिलाल के चाचा के बेटे, आखिरी बिपिन, प्रधान मंत्री के सबसे छोटे चाचा जयंतीलाल मोदी के बेटे हैं.
जी हांं, ये है हमारे प्रधानमंत्री जी का परिवारवाद-विस्तार. बस फर्क ये है कि राजनीति में नहीं है परंतु सारे के सारे इतने काबिल तो नहीं हो सकते कि मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही सब के सब अचानक से अरबपति हो जाये.! इन सभी को नरेंद्र मोदी ने लाभ तो अवश्य दिया है. हां, इन सब पर मीडिया बात नहीं करेगी ना ? साहेब की फकीरी वाली छवि धूमिल जो होगी.
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