नीचता और निर्लज्जता की पराकाष्ठा को पार करते हुए उत्तर प्रदेश की अजय कुमार बिष्ठा की भाजपा सरकार ने हद पार कर दी है. हाथरस की दलित युवती के साथ बलात्कार, हत्या और फिर सबूत मिटाने की गरज से उस युवती के पार्थिव शरीर को पेट्रोल छिड़क कर आधी रात को जला दिया और अब इस मामले पर पटाक्षेप करने के लिए पीड़िता और उसके परिवार को ही बदनाम करने का कोशिश कर रहा है.
इस मामले पर उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई फटकार का भी इस मोटी चमरी वाली अजय कुमार बिष्ठा के सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा, उपर से राज्य में जातीय दंगे करवाने हेतु अन्तर्राष्ट्रीय साजिश और माओवादी कनेक्शन की बात कर रहा है. आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय.सिंह ने ट्वीट किया है कि ‘हाथरस मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने आदित्यनाथ की सरकार को जमकर फटकार लगाई. पूछा की अगर अमीर की बेटी होती तो जला देते आधी रात को ? नक्सली भाभी, 100 करोड़ की फंडिंग, जातिय हिंसा जैसे फर्जी प्रचार का एक भी प्रमाण कोर्ट में नहीं रख पाई आदित्यनाथ की सरकार.’
#Hathras मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने आदित्यनाथ की सरकार को जमकर फटकार लगाई। पूछा की अगर अमीर की बेटी होती तो जला देते आधी रात को ?नक्सली भाभी,100 करोड़ की फंडिंग,जातिय हिंसा जैसे फर्जी प्रचार का एक भी प्रमाण कोर्ट में नही रख पाई आदित्यनाथ की सरकार।https://t.co/8LHPg40rrk pic.twitter.com/CJ5LcDqGdq
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 12, 2020
#HathrasCase | कोर्ट ने अधिकारियों से पूछा- आपकी बेटी होती तो क्या आधी रात में अंतिम संस्कार होने देते?
जानिए हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान और क्या हुआ- https://t.co/Xs8aKmvq3V#Hathras pic.twitter.com/QwbzLBvTGO
— ABP News (@ABPNews) October 12, 2020
तो वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय बेशर्म प्रवक्ता जिसे हर चीज का ज्ञान है, हाथरस की दलित युवती के साथ किये गये बलात्कार, हत्या और मुख्यमंत्री अजय कुमार बिष्ठा की अप्रत्यक्ष निगरानी में रातों-रात जला देने की भयावह का समर्थन करते हुए और इस मामले को दूसरी दिशा में घुमाने का प्रयास करते हुए कहता है ‘राहुल और प्रियंकाजी यूपी तो गए, लेकिन राजस्थान में बलात्कार के मामले हुए, पुजारी को जला दिया गया, जहां सरकार हैं वहां भाई बहन नहीं जाते हैं. यह दिखाता है कि कांग्रेस राजनीति के लिए काम कर रहे हैं : संबित पात्रा, बीजेपी
राहुल और प्रियंकाजी यूपी तो गए, लेकिन राजस्थान में बलात्कार के मामले हुए, पुजारी को जला दिया गया, जहां सरकार हैं वहां भाई बहन नहीं जाते हैं। यह दिखाता है कि कांग्रेस राजनीति के लिए काम कर रहे हैंः संबित पात्रा, बीजेपी pic.twitter.com/136G2ukkD2
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) October 12, 2020
संबित पात्रा के इस निर्लज्ज सवाल का जवाब एक पाठक देते हुए ट्वीट करते हैं, ‘जय हिन्द ये साफ़ है कि उत्तर प्रदेश कि भाजपा सरकार कितनी गम्भीर तरीक़ों से महिला उत्पीड़न को दबाने कुचलने व अंतरराष्ट्रीय साज़िश के तौर में पेश करने में लगी है. वहांं शासन प्रशासन कि कोई नैतिकता नज़र नहीं आती. वही राजस्थान में पुलिस प्रशासन ने जिम्मेदारीपूर्ण तरीक़े से काम किया.
जय बालाजी उत्तर प्रदेश के राम राज्य पर कड़ी टिप्पणी करते हुए ट्वीट करते हैं ‘रामराज्य वाली सभी ट्वीट देख लो @sambitswaraj. हररोज एक से ज्यादा बलात्कार और मर्डर सिर्फ यूपी में हो रहे है, वो आपको देखने मिल जाएगी. और यूपी में 6 महीने में 7 साधु की हत्या हुई, अभी दो दिन पहले साधु पर गोली चलाई गई है, 3 साधु की लाश मिली है पिछले 30 दिन में. रामराज्य का कुछ बोल.’
संबित पात्रा को करारा जवाब देते हुए नौशाद हिन्दुस्तानी ट्वीट करते हैं, ‘सोचने वाली बात है, जाना जरूरी है या पीड़ित परिवार को न्याय मिलना, और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है इस लिए राहुल और प्रियंकाजी को वहां के सीएम गहलोत पर विश्वास है ! बाकी आपको कार्रवाई में कमी लगें तो एसी रूम में बैठ कर बयान से बेहतर आप भी जाएं और न्याय के लिए आवाज उठाए !!’
जबकि अनेक लोगों ने संबित पात्रा को खड़ी-खड़ी सुनाते हुए स्पष्ट तौर पर कह दिया कि ‘तू क्यों नहीं जाता ?’
साफ जाहिर है देशद्रोही और बलात्कारियों का सरगना नरेन्द्र मोदी और उसके राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा उत्तर प्रदेश समेत देशभर के बलात्कारियों का न केवल पुरजोर समर्थन ही करता है बल्कि उन बलात्कारियों का बचाव भी करता है. यही चीज कठुआ में भी दीखा था, उन्नाव में भी और अब हाथरस में भी, जिसका एकमात्र यही संदेश सारी दुनिया को जाता है कि भारत में देशद्रोही और बलात्कारी उतना ही सुरक्षित जितना देश के प्रधान सैल्समैन नरेन्द्र मोदी और अजय कुमार बिष्ठा.
पत्रकार और बुद्धजीवी सौमित्र राय सोशल मीडिया पर लिखते हैं, ‘हाथरस केस में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट के सवालों ने अगर उत्तर प्रदेश के डीजीपी और प्रमुख सचिव को थोड़ा भी शर्मसार किया हो, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. साथ ही झूठी कहानियां बनाने वाले अखबारों और चैनलों के संपादकों / एंकरों को अपना मुंह काला कर घर बैठ जाना चाहिए. बाकी बिष्ट सरकार को कहे की शर्म ? और न उन नारंगी लंगूरों को, जो लगातार बेनकाब हो रहे हैं. दरअसल, देश के वास्तविक गद्दार यही हैं.’
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