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काली रातः 23 मार्च

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23 मार्च, 1931 ई० के इस काली रात की सुबह होने के इंतजार में न जाने कितनों ने अपनी कुर्बानी दी है. इस कुर्बानी का सिलसिला आज भी थमा नही है. आज भी उतने ही हैवानियत के साथ न केवल जारी ही है वरन् और व्यापक रुप धारण कर लिया है. करोड़ों भारतवासियों की तरह हम भी इस काली रात के खत्म होने और सुबह होने का महज इंतजार ही कर रहे हैं.

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2 Comments

  1. B khan

    March 24, 2017 at 6:49 pm

    BJP इतिहास की एक मात्र पहली ऐसी सरकार होगी। जिसने सत्ता पर बैठते ही 2 साल से ज्यादा सिर्फ पुरी दुनिया का यात्रा पर यात्रा किया। जब थक गया तो नोट बंदी कर के पूरे हिंदुस्तान में हाहाकार मचा दिया। सैकड़ो लोगो की जान ली। यूपी में घोटाला कर के अपनी सरकार बनाई। जब फिर भी मन नही भरा तो ।। योगी आदित्य नाथ को CM बना दिया। और अब पूरे देश राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का मुद्दा उठा कर हिन्दू और मुसलमानों को आपस में लड़वाना चाहता है।।।

    Reply

  2. cours de theatre paris

    September 30, 2017 at 12:34 am

    Really informative blog post.Really thank you! Want more.

    Reply

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