कहा जाता है कि गंगा में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं. यह सच है या नहीं यह तो नहीं जानते, पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते ही सारे पाप धुल जाते हैं, यह सच है. भारतीय जनता पार्टी द्वारा भ्रष्टाचार में अब्बल बताने वाले शरद पवार को जब मोदी सरकार पद्दम पुरस्कार से नवाजती है. इसके साथ ही उनके किये सारे पाप (भ्रष्टाचार) धुल जाते हैं, तब यह कहावत पूर्णतः सही साबित हो जाती है. ताजा प्रकरण में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में शामिल विधायक वेद प्रकाश का है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में शामिल विधायक वेद प्रकाश पिछले दो सालों से सरकार में हैं और अब जाकर उसे मालूम हुआ कि वह आम आदमी पार्टी में वह घुटन महसूस कर रहे थे. दरअसल विधायक वेद प्रकाश को पार्टी में रहते हुए भ्रष्टाचार करने का मौका नहीं मिल रहा था, जिस कारण उनका दम घुट रहा था और पहली मौका मिलते ही भ्रष्टाचार में भिड़ जाने के बावजूद उनकी पोल खुल गई.
भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए वेद प्रकाश पर भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचार के बीस से ज्यादा आरोप लगा रहे थे. इसके साथ ही वे अरविंद केजरीवाल की नाराजगी भी झेल रहे थे. दरअसल वे एम0सी0डी0 चुनाव के लिए पार्षद चुनाव हेतु 70 लाख रूपये में एक प्रत्याशी के साथ सौदा तय कर रहे थे, जिसकी आॅडियो सीडी पार्टी के पास पहुंच गई थी. इस बात की जानकारी जैसे ही वेद प्रकाश को मालूम हुआ वह समझ गये कि वह कभी भी न केवल पार्टी से निकाले जा सकते हैं अपितु पार्टी और भी सख्त कार्रवाई कर सकती है. वह जानते हैं कि भ्रष्टाचार से अगर कोई बचा सकता है तो वह भारतीय जनता पार्टी ही है. ऐसे में निश्चित रूप से उनके सारे पाप (भ्रष्टाचार के आरोप) धुल जायेंगे. वह बिल्कुल पवित्र हो जायेंगे. इसी सन्दर्भ में उन्होंने संदीप कुमार को भी लगे हाथ सलाह दे डाली कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाये तो वह भी पवित्र हो जायेंगे.
वेद प्रकाश आम आदमी पार्टी में इस भ्रष्टाचार के लिए कोई संरक्षण के बजाय खतरा महसूस कर रहे थे. जब आम आदमी पार्टी में अपने बचने का कोई उपाय नहीं देखा तो आम जनता से गद्दारी कर पाला बदल लिये और भारतीय जनता पार्टी में जा मिले. वेद प्रकाश न केवल आम आदमी पार्टी से गद्दारी कर अपना पाला बदल लिये बल्कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ भी गद्दारी किये हैं. निश्चित रूप से वे कमजोर और भ्रष्ट साबित हुए.
एक बार फिर आम आदमी पार्टी खुद को भ्रष्टाचार के खिलाफ और आम जनता की उम्मीदों पर खड़ी साबित की है. देश में भ्रष्ट पार्टियों के बीच एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. वहीं भ्रष्टाचार की गंगोत्री कांग्रेस से कई कदम आगे जाकर भारतीय जनता पार्टी ने खुद को भ्रष्टाचार का पर्वत साबित कर दिया.
cours de theatre paris
September 30, 2017 at 5:12 pm
Hey, thanks for the article.Much thanks again. Great.