उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में भाजपा के सांसद जिस ‘विनम्रता’ का परिचय अपने ही पार्टी के विधायक पर जूतों की बरसात कर दे रहा है, असल में यही मोदी, भाजपा और आरएसएस का स्टाईल है, विनम्रता का. आरएसएस और भाजपा ने अपने इसी ‘विन्रमता’ का परिचय महात्मा गांधी को गोली मार कर दी थी, और यही परिचय देश के बुद्धिजीवी पनसारे और गौरी लंकेश पर गोलियों की बरसात कर दी थी, यही परिचय गुजरात के हजारों मुस्लिम अल्पसंख्यकों को मार कर, उसे और उसकी सम्पत्ति को लूट कर, आग में जिन्दा भून कर दिया था, भाजपा के अपनी विनम्रता का यही परिचय गुजरात की मुस्लिम महिलाओं के साथ बलात्कार कर दिया था और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को त्रिशूल से पेट चीर कर निकाल लिया और उसे त्रिशूल पर टांग कर लहराकर घूमना भाजपा के विनम्रता का अद्भूत नमूना है.
मोदी और भाजपा-आरएसएस के ‘विमन्रमता’ का नमूना देश का सर्वोच्च न्यायालय रोज भोग रहा है. जज लोया और उसके साथी जज की हत्या का मंजर अभी भी सर्वोच्च न्यायालय की आंखों में घूम रहा है. सीबीआई में चल रहा जूतम-पैजार सारी दुनिया ने देखा. उत्तर प्रदेश में भाजपा के ही विधायक की जूतों से पिटाई करने वाले भाजपा के ही सांसद के तारीफों के पुल बांधते मोदी के इस बयान में देखा जा सकता है, जिसमें भाजपा विधायक की जूतों से पिटाई करने वाले सांसद को युवा, विनम्र और सक्रिय कह कर सम्बोधित कर रहे हैं, जिसके ‘विनम्रता’ की झलक सारी दुनिया ने कैमरों की आंखों से देखा.
कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया है. नवजोत सिंह सिद्घू ने लिखा, ‘मोदी जी की विनम्रता और विवेक की परिभाषा,क्या यह है देश की आशा ? लोकतन्त्र पहले ही ट्रोलतंत्र, डंडातंत्र और भयतंत्र बन चुका, सांसद महोदय ने अब जूता तंत्र बना दिया. बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान-अल्लाह.’
मोदी जी की विनम्रता और विवेक की परिभाषा,
क्या यह है देश की आशा|लोकतन्त्र पहले ही ट्रॉलतंत्र, डंडातंत्र और भयतंत्र बन चुका,
सांसद महोदय ने अब जूता तंत्र बना दिया|बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान-अल्लाह| pic.twitter.com/amycw90YFF
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 11, 2019
आरएसएस-भाजपा की यह ‘विनम्रता’ और ‘विवेक’ का भयानक तस्दीक देश और देशवासियों को किस ओर ले जायेगी, संभवतः ब्राह्मणवादी नैतिकता की ओर, जहां विशाल बहुसंख्यकों को जूतों की नोक पर रखा जाता था, या उनकी हत्या कर दी जाती थी !
Read Also –
लाशों का व्यापारी, वोटों का तस्कर
भारतीय संविधान और लोकतंत्र : कितना जनतांत्रिक ?
पंडित जी के द्वारा ठाकुर साहिब की जूत पूजायी
आरएसएस हिन्दुत्ववादी नहीं, फासीवादी संगठन है
[ प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…]