पिछले तीन चार दिनों की जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख खबरें रही हैं, उनमें महत्वपूर्ण हैं –
1. चीन ने दुनिया का सबसे लंबा “सी लिंक“ बनाया. दुनिया का सबसे मॉडर्न मॉडल, सबसे अधिक आयु वाला (112 वर्ष से अधिक अनुमानित).
2. चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा “एम्फिबियन प्लेन“ बनाया, जो जल और थल कहीं भी उतर सकता है और दोनों स्थान से उड़ान भर सकता है.
3. चीन अपने कृत्रिम चांद लॉन्च करेगा जो वास्तविक चांद से कहीं अधिक चमकीले होंगे, जो धरती को रोशन करेंगे जिससे बिजली की खपत बहुत कम हो जाएगी (चीन की ).
4. अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को धमकाया. अपना लड़ाकू बेड़ा दक्षिणी चीन सागर (विवादित) भेजा मगर बेड़े ने ताइवान में ही लंगर डाला.
ये चीन की आर्थिक, सामरिक, तकनीकी और भू-राजनीतिक ताकत के उदाहरण हैं और हम हर चुनाव में एक ही नारा लगाएंगे “मन्दिर वहीं बनाएंगे” या “राम की ससुराल मिल गयी” (छत्तीसगढ़ में), या “महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देना है या नहीं.”
इन्हीं खबरों के साथ हमारे देश की राष्ट्रीय खबरें थी कि “यूपी के मुख्यमंत्री ने गोरक्षधाम में आरती की”, “शहरों के नाम बदले जिसमें केवल इलाहाबाद के नाम बदल जाने का कुल खर्चा 4100 करोड़ है”, इसी तरह अनेक शहरों के नाम बदले जाने की खबर है. “कुंभ मेले का बजट ‘4500’ करोड़ है और कि ‘‘तोगड़िया ने राम मंदिर आंदोलन की धमकी दी”. “आरएसएस मुखिया ने राम मंदिर बनवाने की मांग की” और “संबित पात्रा ने राम मंदिर बनाने की बात दोहराई”, “कि भ्रष्टाचार में सीबीआई के टॉप अधिकारी अस्थाना रंगे हाथों पकड़े गए.”
मैं अपने उन सभी हिन्दू भाई-बहनों और माताओं से कहता हूं कि जब वोट बाबाओं को दोगे तो वे मन्दिर में घण्टा नहीं बजायेंगे तो क्या आधुनिक स्कूल-कॉलेज खोलेंगे ? वोट दोगे राम मंदिर के नाम पर, वोट दोगे हिंदुत्व के नाम पर और फिर 5 साल रोते रहोगे कि “मोदीजी और योगीजी ने लूट लिया !” इनसे मांग करोगे स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, बिजली, पानी और रोजगार की … ?
वोट धर्म के नाम पर देते हो तो धर्म से मांगों ये सब या चुप रहो. धर्म के लिए वोट दिया था बीजेपी को, तो वह खूब मन्दिर बनवा रही है बल्कि जो मंदिर नहीं बन सके हैं (मुख्यतः राम मंदिर) के लिए आंदोलन के लिए तैयार है. ये सारे मंदिर बन जाने के बाद अपने बच्चों को यहीं घण्टा-घड़ियाल बजाने के काम में लगाना, रोजगार मन्दिर में ही ढूंढना, अपना इलाज भी यहीं करना और इंजीनियरिंग तथा मैनेजमेंट के कोर्स भी यहीं से करना …. !
वोट देंगे धर्म के नाम पर और बात करेंगे विकास की ? तुम मूर्ख समझते हो नेताओं को ? नेताओं ने कभी भी झूठ नहीं बोला बल्कि हमेशा कहा “हम हिंदुत्व के लिए चुनाव लड़ते हैं“. अब चाटो हिंदुत्व को, पढ़ो मनुस्मृति, वेद और संस्कृत … !
मूर्ख कहीं के ! अगला चुनाव हिंदुत्व बनाम इस्लाम या हिन्दू बनाम मुसलमान करने से पहले इन बातों को एक बार जरूर सोचना. धर्म के लिए वोट करोगे तो तुम्हें विकास की बात करने का कोई हक नहीं. भ्रष्टाचार के खिलाफ मुंह खोलने का कोई हक नहीं. रोजगार की बात करने का कोई हक नहीं. महिला सुरक्षा की बात करने का कोई भी हक़ नहीं …
आओ, योगी जी के साथ मन्दिर में “घण्टा“ बजाते हैं. “योगसाधना करते हैं बल्कि “हठयोग“ करते हैं.
अध्यात्म ही सबकुछ है, धर्म ही सबकुछ है, बाकी सब मोहमाया है चाहे रोजगार हो या शिक्षा या स्वास्थ्य …
स्वास्थ्य ? सबको एक दिन मर ही तो जाना है तो क्या करोगे इलाज करके ? “देह नश्वर है, आत्मा अमर है“.
शिक्षा ? “अहं ब्रह्मास्मि, तत्वमसि“ … इससे बड़ी शिक्षा कुछ भी नहीं. सारे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, मेडिकल, इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के कॉलेज ? क्या करोगे इनसे ? ये सब मोहमाया के बंधन हैं … इस माया से बाहर निकलो और धर्म के लिए वोट करो क्योंकि हिन्दुराज में हिंदुत्व ही खतरे में है … !
जय श्रीराम, हर हर महादेव …
- कमल
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