साला मोदी जी की डिग्री भी वाकई कमाल की है. मोदी एमए फर्स्ट क्लास थे, और बीए थर्ड क्लास थे, फिर भी बारहवीं फेल थे और आठवी के बाद पढाई छोड़ चुके थे इसे कहते हैं – चमत्कार.
(1) भारत मे पहला कंप्यूटर आने से पहले ही मोदीजी की डिग्री कंप्यूटर से प्रिंट हुई थी.
(2) जिस फॉन्ट को माइक्रोसॉफ्ट ने 1992 मे विकसित किया था वो मोदी जी को 1979 में ही डिग्री का प्रयोग हो चुका था.
(3) इंटाएर पोलिटिकल साइंस मे पूरी दुनिआ मे सिर्फ मोदी जी को डिग्री मिली हुई है, और उस विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने भी ये सब्जेक्ट पहली बार सुना है.
(4) और संडे को ही मोदी जी को डिग्री दिलवा दी है.
(5) मोदी को डिग्री देने के पहले और देने के 10 साल बाद तक बेचारे कर्मचारी हाथ से ही डिग्री लिखते रहे सिर्फ़ मोदी जी के लिए सुपर कंप्यूटर मंगवाया गया था.
(6) मोदी जी ने अकेले एडमिशन लिया और अकेले ही एग्जाम दिया, इमरजेंसी के टाइम मे जब वो भूमिगत थे, शायद Delhi यूनिवर्सिटी का एक भूमिगत एग्जाम रूम गुजरात मे थे.
खैर, अब आप मोदी के 4 साल, और 8 महिने का, अबतक का कार्यकाल देखिये.
याद रहे –
2019 के आनेवाले चुनाव में अपनी कीमती मतदान करने से पहले इन बातों पर अवश्य चिंतन-मनन करें, ताकि आपको कुछ समझ मे आये, अगर नही समझ मे आये तो भी आप अपने आपको मोदी का सच्चा भक्त समझते हैं तो इन बातों को अवश्य पढ़िए.
(1) देश की आज़ादी के बाद पहली बार सराफा बाज़ार 43 दिनों तक बन्द करवाने वाले पहले प्रधानमंत्री.
(2) पेट्रोल डीज़ल के दाम जिसके शासन काल मे सबसे अधिक रहे ऐसे पहले प्रधानमंत्री.
(३) देश का रूपया जिसके शासन काल मे अंतराष्ट्रीय बाज़ार मे सबसे ज्यादा गिरा ऐसे पहले प्रधानमंत्री.
(4) नोटबन्दी करके देश को 25 वर्ष पीछे करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री.
(5) नोटबन्दी के दौरान 50 दिन मे 125 झुठ बोलने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री.
(6) 520 मिलियन डालर का राफ़ेल विमान 1644 मे ख़रीदने वाले 30 हज़ार करोड़ का घोटाला करने वाले पहले प्रधानमंत्री.
(7) विपक्ष मे रहकर FDI, आधार, GST का विरोघ करने वाले सत्ता आते ही ग़लत तरीक़े से हर चीज़ लागु करने वाले पहले प्रधानमंत्री.
(8) मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री है जिनके शासनकाल मे सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों ने प्रेस वार्ता करके भारत को अवगत कराया कि लोकतंत्र ख़तरे में है.
(9) मोदी अाजादी के बाद सबसे कम पढे लिखे प्रधानमंत्री.
(10) देश की गरीब जनता के पैसों से अडानी अंबानी और अपने गुजराती उद्योगपति भाइयों को विदेशी दौरे करवाये फिर भी कोई बड़ा विदेशी निवेश हमारे देश में नहीं आ सका.
(11) देश के पैसों से पूरी मीडिया को खरीदने वाले पहले प्रधानमंत्री.
(12) अपने कार्यकाल में आरबीआई और सीबीआई जैसी स्वतंत्र संस्थाओं की साख दांव पर लगाने वाले सबसे पहले प्रधानमंत्री.
(13) आजादी के बाद सीबीआई को कटघरे में खड़ा करवाने वाले और सीबीआई की साख को बट्टा लगवाने वाले पहले प्रधानमंत्री.
साथियों, यह सारी बाते 100% सत्य हैं, ना तो आप इसे नकार सकते हो, और ना ही इसे टाल सकते हो क्योंकि, यह सब कुछ आपकी नज़रों के सामने ही हुआ है.
हिन्दू मुस्लिम के नाम पर कभी भी वोट मत देना, क्योंकि हिन्दू-मुस्लिम दोनों सुरक्षित है, किसी को कोई खतरा नही है , अगर खतरा है तो सिर्फ और सिर्फ भाजपा कांग्रेस को ही खतरा है.
अगर आप सुरक्षित रहेगा तो देश सुरक्षित रहेगा, इनके वजसे अम्बानी अडानी रामदेव की आमदनी कई गुना बढ गई है, मोदी के शासन मे आपकी आमदनी कितनी बढ़ी आप स्वयं सोचे.
चुनाव आने से पहले इस लेख को हर महीने में एक बार अवश्य पड़े, क्योंकि कोई 500 व 1000 का नोट लेकर आयेगा और आपका कीमती वोट ख़रीदेगा. मर्जी है आपका क्योंकि वोट है आपका
- सतीश चंद्र सतीश
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