Home ब्लॉग लोकसभा चुनाव के बाद अरविन्द केजरीवाल का पत्र

लोकसभा चुनाव के बाद अरविन्द केजरीवाल का पत्र

16 second read
0
0
549

भारत की राजनीति में आम आदमी पार्टी की उपस्थिति और उसका विकास आम आदमी की जरूरतों को रेखांकित करता है. मसलन, नि:शुल्क पानी, सस्ती बिजली, बच्चों के लिए एक समान और नि:शुल्क शिक्षा, आम आदमी की जरूरत की बेहतरीन और नि:शुल्क चिकित्सा व्यवस्था समेत आवश्यकता की अन्य तमाम जरुरतों को सुलभ कराने की निरन्तर चेष्टा करता है. परन्तु 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों – अगर इस चुनावी नतीजों को सही मान लिया जाये – ने साबित कर दिया है कि देश के आम आदमी को पानी, बिजली, शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार वगैरह की कोई जरूरत नहीं है. इसके वाबजूद अगर आम आदमी पार्टी आम आदमी की जरूरतों को पूरा करना अपना मकसद समझता है तो इसके अलग मायने हैं.

अलबत्ता, लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल देश की जनता के नाम पत्र लिखकर अपनी बात कही है. इस पत्र की एक प्रति हमारे पास भी आया है, हम पाठकों के सामने पेश कर रहे हैं.

लोकसभा चुनाव के बाद अरविन्द केजरीवाल का पत्र

भारत के लोकसभा चुनाव के दौरान, हमारे स्वयंसेवकों ने एक शानदार अभियान चलाया और अपनी सारी ऊर्जा उसमें लगा दी. देश भर में, लोगों ने स्वीकार किया कि हमारे उम्मीदवार सबसे अच्छे थे. हालाँकि, परिणाम हमारी अपेक्षाओं को पूरा नहीं करते हैं. चुनाव के बाद के जमीनी विश्लेषण के दो प्रमुख कारण सामने आए हैं. सबसे पहले, देश में व्याप्त माहौल ने दिल्ली को भी बर्बाद कर दिया. दूसरा, लोगों ने इस ‘बड़े चुनाव’ को मोदी और राहुल के बीच देखा और उसी के अनुसार मतदान किया, जो भी कारण हो, हम जनता को यह समझाने में सक्षम नहीं थे कि वे इस बड़े चुनाव में हमें वोट क्यों दें.

उज्जवल पक्ष में, लोग उत्साह से हमें विश्वास दिला रहे हैं कि दिल्ली विधानसभा के लिए ‘छोटे चुनाव’ में, वे दिल्ली में हमारे द्वारा किए गए अविश्वसनीय काम के नाम पर वोट देंगे.

शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, पेंशन, 70 सरकारी सेवाओं की डोरस्टेप डिलीवरी पर हमारा जमीनी प्रभाव; अविकसित उपनिवेशों में बुनियादी सुविधाओं आदि ने हमें जनता के साथ बातचीत में गर्व करने के लिए संभव बना दिया है. ये सफलता हमारे हजारों स्वयंसेवकों के सामूहिक प्रयासों के कारण प्राप्त हुई है, जिन्होंने इन सुधारों के कार्यान्वयन में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है.




हमारे समर्थक भी गौरवान्वित हैं क्योंकि हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त मिशन से कोई पर्दा नहीं उठाया है, जो इस पार्टी को साढ़े छह साल पहले अस्तित्व में लाया था. मेरे मंत्रियों और मुझ पर सभी सरकारी एजेंसियों की शक्ति को समाप्त करने के बावजूद, उन्हें भ्रष्टाचार का एक भी पैसा नहीं मिला. हमारे 20 विधायकों पर दर्ज सभी मामले अदालतों ने खारिज कर दिए.

सुप्रीम कोर्ट ने एक बाधा को हटा दिया है, हमें एलजी के अनुमोदन के लिए फाइल भेजने की आवश्यकता नहीं है और हमारे अधिकार क्षेत्र के भीतर और भी अधिक कार्य करने में सक्षम हैं. सरकारी सेवाओं की डोरस्टेप डिलीवरी, 200+ झीलों का पुनरुद्धार और भूजल स्तर को ऊपर उठाना, पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहन नीति और 1000 इलेक्ट्रिक और ग्रीन बसों का अधिग्रहण, सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉलेशन आदि को जनता द्वारा बहुत अच्छी तरह से प्राप्त किया जा रहा है.




यह सब हमने ईमानदारी से इरादे और डिलीवरी के बिना करों में वृद्धि के साथ हासिल किया. वास्तव में, हम अपने बजट को लगभग दोगुना करने में कामयाब रहे. यह किसी भी मानक द्वारा अनुकरणीय है.

मैं अपने उदार योगदान और भारत के विचार के प्रति प्रतिबद्धता के लिए आप में से हर एक को दिल से धन्यवाद देने का अवसर लेता हूं.

जैसा कि हम दिल्ली विधान सभा चुनावों के लिए रैंप करते हैं, मैं आपके निरंतर समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए तत्पर हूं.

जय हिन्द !

अरविंद केजरीवाल




Read Also –

अतीत में महान होने के नशे में डूब जाना गुलामी का रास्ता खोलता है
सेकुलर ‘गिरोह’ की हार और मुसलमानों की कट्टरता
क्या 2019 के चुनाव में मैं भी हार गया हूं ?
आईये, अब हम फासीवाद के प्रहसन काल में प्रवेश करेंRead Also –




[प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…]




Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
Load More In ब्लॉग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

कामरेडस जोसेफ (दर्शन पाल) एवं संजीत (अर्जुन प्रसाद सिंह) भाकपा (माओवादी) से बर्खास्त

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने पंजाब और बिहार के अपने कामरेडसद्वय जोसेफ (दर्शन पाल…