दिल्ली विधानसभा के पटल पर 15 हजार गेस्ट टीचरों के स्थायीकरण का प्रस्ताव दिल्ली के मुख्यमंत्री अरबिन्द केजरीवाल ने रखा. स्पष्ट तौर पर सदन को बताया कि गेस्ट शिक्षकों के स्थायीकरण का मसला शिक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है. इसके बाद भी भाजपा के तीनों विधायक इस प्रस्ताव में कमियों का बहाना बनाकर बच निकलना चाहा. इस बार जब केजरीवाल ने कहा कि इस प्रस्ताव में जो भी कमियां है, उसे हम सभी मिल बैठकर ठीक कर लेते हैं और सभी मिलकर LG के पास जाकर इस प्रस्ताव को कानून बनाकर गेेेस्ट शिक्षकों को स्थायी करते हैं.
केजरीवाल के इस अप्रत्याशित प्रस्ताव से भौचक्के भाजपा के तीनों विधायक विधानसभा से उठ कर भाग खड़े हुए. दिल्ली विधानसभा में हुई यह पूरी बहस भारतीय राजनीति में भाजपा के बदशक्ल चेहरा को पूरी तरह उजागर कर दिया है, जिसे हर देशवासी को जानना और समझना चाहिए ताकि भाजपा की जनविरोधी फासिस्ट चरित्र का भंडाफोड़ किया जा सके. भाजपा जो आम आदमी के खून को निचोडकर अंबानी-अदानी जैसे कॉरपोरेट घरानों की सेवा कर रहे हैं, पूरी तरह समझा जा सके.
हम अपने पाठकों के लिए इस पूरी बहस का रिकार्डिंग वीडियो यहां पर प्रकाशित कर रहे हैं –