Home ब्लॉग CAA-NRC का असली उद्देश्य है लोगों का मताधिकार छीनना

CAA-NRC का असली उद्देश्य है लोगों का मताधिकार छीनना

40 second read
0
0
1,967

CAA-NRC का असली उद्देश्य है लोगों का मताधिकार छीनना

ये तस्वीर टि्वटर के माध्यम से 8 दिसम्बर को असम से आई है. इस तस्वीर पर गौर फरमाते हुए आगे बढ़ आईये. अब नववर्ष की पूर्व संध्या पर राजस्थान के भाजपा विधायक मदन दिलावर के CAA-NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले करोड़ों लोगों के खिलाफ दिये गये बयान को सुनते हैं. कोटा के रामगंज मंडी से विधायक बने इस मदन दिलावर के मुताबिक, ‘CAA के नाम पर जो देश में हिंसा और उपद्रव फैला रहे हैं और जो लोग इस तरह के प्रदर्शन करने वालों का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसे में वे देश के दुश्मन हैं.’ भाजपा के इस विधायक का कहना है कि, ‘अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश सरीखे देश इन लोगों को अपनाने से इन्कार कर दें, तब इन्हें हिंद महासागर में डूब जाना चाहिए.’

समाचार एजेंसी ANI से उन्होंने बताया, ‘जो देश को जला रहे हैं और CAA के नाम पर पुलिस की हत्या कर रहे हैं. साथ ही जो इन लोगों का समर्थन कर रहे हैं, वे सभी देश के दुश्मन हैं, फिर चाहे वे सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ही क्यों न हों. ऐसे लोगों को देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. जो लोग देश में इस एक्ट के खिलाफ विरोध कर रहे हैं, ये ऐसे लोग हैं, जो देश पर यकीन नहीं करते हैं. वे देश को तोड़ना चाहते हैं और इस तरह के लोगों को कांग्रेस से समर्थन प्राप्त है.’

एक गुंडा और पूरी तरह गैर-जिम्मेदार यह विधायक ऐसा नहीं है कि इस फासिस्ट कानून CAA के विरोध में खड़ी देश की के खिलाफ यह धमकी यूं ही दे रहा है. असल में उस विधायक के मूंह से यह धमकी प्रधानमंत्री के पद पर विराजमान नरेन्द्र मोदी, टकला तड़ीपार अमित शाह और सबसे आगे बढ़कर आरएसएस बोल रहा है. मूंह भले ही इस पिद्दी विधायक के हैं, पर शब्द उसके हैं. वह हत्या और फर्जी मुकदमों के माध्यम से देश की जनता के बढ़ती विरोधों को नियंत्रित करना चाह रहा है और इसीलिए इस पिद्दी मुखौटे का इस्तेमाल किया जा रहा है.

CAA-NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के कारण करीब 32 नागरिकों की हत्या पुलिस ने कर दी है. बिहार के पटना स्थित फुलवारीशरीफ के एक नौजवान अमिर हमजला का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई. सैकड़ों की तादाद में नागरिकों को पुलिस ने पीट-पीट कर जख्मी बना दिया है. हजारों लोगों पर फर्जी मुकदमे लगाकर पुलिस ने जेलों में बंद कर दिया गया है. करोड़ों की सम्पत्तियों को इन पुलिस और संघी गुंडों ने मिलकर बर्बाद कर दिया. इसकेे बाद भी यह पिद्दी विधायक के मूंह से यह मोदी-शाह देश की जनता को धमकाता है कि ‘जो देश को जला रहे हैं और CAA के नाम पर पुलिस की हत्या कर रहे हैं’, बेहद शर्मनाक है.

देश की जनता की हत्या करना, उसपर हमले करना, उसकी सम्पत्तियों को बर्बाद करना, उसको फर्जी मुकदमा में जेलों में बंद करना, खुलेआम पाकिस्तान भेजने और जीवन बर्बाद करने की धमकी यह पुलिस और संघी गुंडे रोज दे रहे हैं. इसके बाद हिन्द महासागर में डूबोने की बात करता है. यह सब मोदी-शाह के ईशारे पर किया जा रहा है, इस बात को देश की जनता बखूबी जान और समझ रही है. इस सब के वाबजूद विरोध-प्रदर्शन का दायरा और बढ़ रहा है तो इसका मतलब साफ है कि देश की सत्ता पर बैठा संघी गुंडा असल में देश की उस हिस्से की जनता के खौफ से घबरा रहा है, जो असल में एक दूसरी सत्ता के साये में अपना जीवन यापन कर रहे हैं. वह दूसरी सत्ता है माओवादियों की. असल में माओवादी ही देश में वह दूसरी सत्ता है जो मोदी-शाह जैसे गुंडों, उसकी सशस्त्र गुंडा वाहिनी, पुलिस, सेना से टकरा सकती है और उसे हिटलर के अंजाम तक पहुंचा सकती है. यही कारण है कि बेशर्म दलाल नरेन्द्र मोदी मंच से खुलेआम ‘अर्बन माओवादी’ या ‘अर्बन नक्सल’ की ‘खौफ’ से देश की जनता को डराने की कुचेष्टा करता है.

देश की जनता को किसी भी सूरत में मोदी-शाह की इस फासिस्ट कानून, जिसमें वह तकरीबन 102 करोड़ लोगों का मताधिकार को छीनना चाहता है, को खत्म होने तक विरोध पर डटे रहना होगा।

Read Also –

गृहयुद्ध की ओर बढ़ता देश
CAA-NRC : मोदी सरकार लागू कर रही है हिटलर का एजेंडा
NRC-CAA : आम लोगों का खून पीता नरपिशाच सत्ता
शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को हिंसक बनाने का सच

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…]

ROHIT SHARMA

BLOGGER INDIA ‘प्रतिभा एक डायरी’ का उद्देश्य मेहनतकश लोगों की मौजूदा राजनीतिक ताकतों को आत्मसात करना और उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध एक नई ताकत पैदा करना है. यह आपकी अपनी आवाज है, इसलिए इसमें प्रकाशित किसी भी आलेख का उपयोग जनहित हेतु किसी भी भाषा, किसी भी रुप में आंशिक या सम्पूर्ण किया जा सकता है. किसी प्रकार की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है.

Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
Load More In ब्लॉग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

नारेबाज भाजपा के नारे, केवल समस्याओं से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए है !

भाजपा के 2 सबसे बड़े नारे हैं – एक, बटेंगे तो कटेंगे. दूसरा, खुद प्रधानमंत्री का दिय…